यूपी के इन किसानों को अब नहीं मिलेगी किसान सम्मान निधि, जरूरी हुआ यह रजिस्ट्रेशन, तुरंत करें आवेदन

उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 2000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। यदि आप भी इस योजना का लाभ ले रहे हैं, तो जरूरी है कि आप फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण कराएं। ऐसा न करने पर आप इस योजना से वंचित हो सकते हैं। आइए जानते हैं इस पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।

फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण क्यों है जरूरी?

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने बताया कि सरकार किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं और अनुदानों का लाभ देने के लिए फार्मर रजिस्ट्री को अनिवार्य बना रही है। यह रजिस्ट्री किसानों के लिए कई योजनाओं का लाभ उठाने का एक माध्यम बनेगी। पंजीकरण प्रक्रिया 31 दिसंबर 2024 तक चलेगी।

उन्होंने यह भी कहा कि जो किसान फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण कराएंगे, उन्हें अन्य सरकारी योजनाओं जैसे फसल बीमा योजना और आपदा राहत योजनाओं का लाभ मिलेगा।

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कैसे करें फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण?

किसान फार्मर रजिस्ट्री के लिए दो तरीके अपना सकते हैं:

किसान स्वयं अपने मोबाइल या कंप्यूटर से upfr.agristack.gov.in पोर्टल पर जाकर या Farmer Registry UP ऐप के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। किसान नजदीकी जनसेवा केंद्र (सीएससी) में जाकर निर्धारित शुल्क देकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। जनसेवा केंद्र पर पंजीकरण कराने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी होंगे:

  • खतौनी की प्रति
  • फैमिली आईडी संख्या या राशन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • आधार से लिंक मोबाइल नंबर

कैंप और शिविरों के माध्यम से सहायता

राजस्व विभाग के लेखपाल और कृषि विभाग के तकनीकी सहायक किसानों के लिए कैंप और शिविरों का आयोजन करेंगे। इन शिविरों में किसानों का पंजीकरण किया जाएगा। इस प्रक्रिया में किसान का नाम, पिता का नाम, जमीन की गाटा संख्या, सह खातेदार की स्थिति, मोबाइल नंबर, आधार संख्या, और ई-केवाईसी विवरण दर्ज किए जाएंगे।

रजिस्ट्री का अद्यतन (अपडेट) प्रक्रिया

फार्मर रजिस्ट्री की खास बात यह है कि यदि किसी किसान की जमीन का स्वामित्व हस्तांतरण (विरासत या बिक्री) होता है, तो उसकी रजिस्ट्री स्वतः अपडेट हो जाएगी। इससे किसानों को बार-बार रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

अब तक कितने किसान ले रहे हैं लाभ?

अपर जिलाधिकारी ने जानकारी दी कि मऊ जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ 3,19,245 किसान उठा रहे हैं। इनमें से लगभग 85% किसानों ने ‘ई-केवाईसी’ पूरी कर ली है।

ई-केवाईसी अनिवार्य

जिन किसानों ने अभी तक ‘ई-केवाईसी’ नहीं कराया है, उन्हें सलाह दी गई है कि वे तुरंत अपनी ई-केवाईसी पूरी कर लें। ऐसा न करने पर उन्हें पीएम किसान योजना की अगली किस्त नहीं मिलेगी।

समय सीमा का पालन करें

अपर जिलाधिकारी ने सभी किसानों से आग्रह किया है कि वे 31 दिसंबर 2024 तक फार्मर रजिस्ट्री में पंजीकरण अवश्य कर लें। यह रजिस्ट्रेशन न केवल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए आवश्यक है, बल्कि यह अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए भी जरूरी है।

फार्मर रजिस्ट्री किसानों के लिए सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करेगी, बल्कि किसानों को सरकारी सहायता के लिए एक पारदर्शी और आसान तरीका भी प्रदान करेगी। यदि आप किसान हैं और इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द अपना पंजीकरण कराएं।

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