किसान साथियों, नमस्कार आज हम बात करेंगे एक ऐसे नेता की, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी किसानों के हितों के लिए संघर्ष किया है। हम बात कर रहे हैं माननीय बी.एम. सिंह जी की, जिन्होंने किसानों के खेतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उनकी लड़ाई लड़ी है।
किसानों के हितों की रक्षा
किसान साथियों, माननीय बी.एम. सिंह जी ने एमएसपी और किसानों के अन्य हितों के लिए लड़ाई लड़ी है। गन्ने के ब्याज को दिलाने के लिए उन्होंने वर्षों तक संघर्ष किया है। दिवाली के इस पावन अवसर पर, सबसे बड़ी खुशखबरी यह है कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अपने तर्कों के माध्यम से यह साबित कर दिया है कि किसानों का ब्याज उन्हें देना पड़ेगा।
ब्याज का भुगतान
बहुत ही जल्द, हमारे किसानों के खातों में गन्ने का ब्याज आ जाएगा, जो पिछले 4 से 5 सालों में बकाया था। प्रदेश सरकार द्वारा गन्ने का भुगतान 14वें दिन करना तय किया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। अब यह ब्याज किसानों के खातों में आने वाला है।
चुनाव की स्थिति
किसान साथियों, आप चुनावों में लगे होंगे। लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि 2024 के चुनाव में जैसे ही सत्ता पर काबिज होने का मौका मिलेगा, तो हम फिर से किसानों के हितों के लिए संघर्ष करेंगे।
2014 का आदेश और वर्तमान स्थिति
आपको याद होगा कि 2014 में, मुख्य न्यायाधीश चचत साहब ने एक आदेश दिया था जिसके तहत लगभग 2000 करोड़ रुपए का बकाया किसानों को मिलना था। आज लगभग 10 साल हो गए हैं, लेकिन यह राशि किसानों को नहीं दी गई है।
कोर्ट की सख्ती
हालांकि, अब सुप्रीम कोर्ट की सख्ती की वजह से स्थिति में सुधार हो रहा है। अब मिल मालिकों को किसानों को ब्याज का भुगतान करना होगा। कोर्ट ने यह साफ किया है कि यदि ये पैसे मिलते हैं तो सरकार को किसान के हित में कदम उठाने ही होंगे।
किसान शक्ति
किसान साथियों, यदि 50 लाख परिवार गन्ना सप्लाई करते हैं, और यदि हर परिवार में 5 वोट भी होते हैं, तो यह लगभग साढ़े करोड़ वोट बनता है। इसलिए हमें एकजुट होकर अपनी आवाज उठानी होगी। आपका सहयोग अत्यंत आवश्यक है। मंनुष्य की इच्छा और मेहनत से ही अपने हक की लड़ाई लड़ी जा सकती है। हम मिलकर इस संघर्ष को आगे बढ़ाएंगे और हमेशा आपकी आवाज उठाते रहेंगे।